ईरान में लड़कियों के ३० स्कूलों में जहर का प्रयोग – ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने लगाए पश्चिमी देशों पर आरोप

तेहरान – ईरान के पांच प्रांतों में लड़कियों के कम से कम ३० स्कूलों में जहर का प्रयोग होने की खबरें प्राप्त हो रही हैं। इसकी वजह से कम से कम १०० से अधिक लड़कियां बिमार हो गई हैं और इनमें से कुछ का स्वास्थ्य काफी गंभीर बताया जा रहा है। अपने आलोचकों को सबक सिखाने के लिए ईरान की हुकूमत ने लड़कियों की स्कूलों में ऐसे ज़हर का प्रयोग किया है, ऐसा आरोप विपक्षी गुट लगा रहे हैं। लेकिन, ईरान के राष्ट्राध्यक्ष ने इसके पीछे ईरान के शत्रु का हाथ होने का आरोप लगाया है। 

जहर का प्रयोगईरान के हामेदान, ज़जान, वेस्ट अज़रबैजान, फार्स और अल्ब्रोज़ प्रांतों की लड़कियों के स्कूलों में ज़हर का प्रयोग किए जाने की खबरें सामने आ रही हैं। पिछले वर्ष नवंबर में राजधानी तेहरान के दक्षिणी ओर के कोम शहर में इसका पहला मामला सामने आया था। संबंधित स्कूल की लड़कियां ईरानी हुकूमत की हिजाब सख्ती के खिलाफ प्रदर्शनों में शामिल हुई थीं। कोम शहर ईरानी हुकूमत का सत्ता केंद्र जाना जाता है। इसकी वजह से इस घटना के बाद बेचैन हुई ईरानी हुकूमत ने इन लड़कियों की स्कूल में ही ज़हर का प्रयोग किया, ऐसा आरोप लगाया गया था। 

पिछले हफ्ते विभिन्न शहरों के स्कूलों से भी ज़हर का प्रयोग होने की खबरें सामने आने लगीं और इसके बाद इस मामले को फिर से उठाया गया। ईरान की हुकूमत ने इससे संबंधित खबरें साझा नहीं की हैं। लेकिन, स्कूल के इलाके में उमड़ी भीड़ और एम्ब्युलेन्स की कतारों की वजह से सड़क पर ट्रैफिक जाम होने के वीडियो और फोटो सोशल मीडिया पर प्रसिद्ध हुए थे। इसके बाद ईरान की हुकूमत इसकी जानकारी सार्वजनिक करने के लिए मज़बूर हो गई। इसी बीच स्कूलों की लड़कियों पर ज़हर का प्रयोग एवं ज़हरीले वायु से हमला होने का दावा ब्रिटेन के समाचार चैनल ने किया है।

पिछले चार महीनों में ईरान के पांच प्रांतों के ३० से अदिक स्कूलों में लड़कियों पर ज़हर का प्रयोग किए जाने की जानकारी सामने आयी है। ९०० से अधिक लड़कियों को अस्पताल में दाखिल करना पड़ा, ऐसा दावा पश्चिमी माध्यम ईरान के सुत्रों के दाखिले से कर रहे हैं। लेकिन, ईरान की हुकूमत इसकी भिन्न जानकारी जारी कर रही है। कम से कम १० स्कूलों में ज़हर का प्रयोग हुआ है और १०० से अधिक लड़कियां बीमार होने का बयान ईरानी हुकूमत ने किया है। साथ ही इसके पीछे ईरान के शत्रु का हाथ होने का आरोप राष्ट्राध्यक्ष इब्राहिम रईसी ने लगाया। ईरान की जनता में ड़र और अस्थिरता फैलाने के लिए शत्रु देशों ने यह साज़िश की है, ऐसा राष्ट्राध्यक्ष रईसी ने कहा है।

इसी बीच, सितंबर में ईरानी हुकूमत विरोधी प्रदर्शन सैन्य की ताकत का प्रयोग करने से ठंड़े पड़े हैं। लेकिन, ईरान की जनता में हुकूमत के खिलाफ तीव्र नाराज़गी होने का दावा ईरान के विश्लेषक कर रहे हैं। 

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