‘आईएनएस वागीर’ का नौसेना में समावेश

मुंबई – मुंबई के नेवल डॉकयार्ड में ‘कलवरी’ वर्ग की पांचवी पनडुब्बी ‘आईएनएस वागीर’ का नौसेना में समावेश किया गया। सोमवार को आयोजित समारोह में नौसेनाप्रमुख आर.हरि कुमार ने ‘वागीर’ का नौसेना में समावेश कराया। ‘आईएनएस वागीर’ का समावेश होने की वजह से नौसेना की क्षमता काफी बढ़ेगी, यह विश्वास एडमिरल आर.हरि कुमार ने व्यक्त किया है। पिछले दो सालों में नौसेना में शामिल हुई ‘वागीर’ तीसरी पनडुब्बि हैं। यह आम प्रदर्शन नहीं हैं, बल्कि भारत का जहाज निर्माण क्षेत्र प्रचंड़ विकसित होने का दाखिला इससे प्राप्त हो रहा है, ऐसा दावा नौसेनाप्रमुख ने किया।

‘आईएनएस वागीर’‘माझगाव डॉक शिपबिल्डर्स लिमिटेड’ (एमडीएल) ने फ्रान्स के सहयोग से ‘आईएनएस वागीर’ का निर्माण किया। गोपनीय जानकारी पाने के साथ ही गश्त एवं निगरानी करने के लिए यह पनडुब्बी बड़ी अहम साबित होगी। साथ ही युद्ध के समय में निर्णायक हमले करने की विशेष क्षमता ‘आईएनएस वागीर’ रखती है, ऐसा दावा नौसेनाप्रमुख ने इस दौरान किया। इस पनडुब्बी पर तैनात घातक शस्त्र औ नवीनतम तकनीक की वजह से यह पनडुब्बी नौसेना की क्षमता अधिक बढ़ाएगी, ऐसा बयान एडमिरल आर.हरि कुमार ने किया है। एडमिरल आर.हरि कुमार ने यह भी कहा कि, पिछले दो सालों में नौसेना का हिस्सा बनी ‘वागीर’ तीसरी पनडुब्बी होने की बात पर भी नौसेनाप्रमुख ने इस दौरान ध्यान आकर्षित किया। पनडुब्बियों के निर्माण को प्रदान हुई गति आम बात नहीं है। इस मोर्चे पर देश ने प्राप्त की हुई प्रगति का यह उत्तम नमूना है, ऐसा दावा नौसेनाप्रमुख ने किया हैं।

इसी बीच ’एमडीएल’ के अध्यक्ष नारायण प्रसाद ने ‘आईएनएस वागीर’ ने मात्र ११ महीनों में सभी समुद्री परीक्षण पुरे किए हैं, यह जानकारी भी उन्होंने इस अवसर पर साझा की। ‘मेक इन इंडिया’ का सबसे अच्छा नमूना साबित हो रही यह पनडुब्बी समुद्री क्षेत्र के अपने में अपने हितसंबंधों की रक्षा करने के लिए काफी प्रभावी काम करेगी, यह दावा प्रसाद ने किया। साथ ही काफी संवेदनशील दौर में भारतीय नौसेना के बेड़े में इस पनडुब्बी का समावेश हो रहा हैं, यह कहकर प्रसाद ने इसका स्वागत किया है।

स्पष्ट ज़िक्र नहीं किया होगा, फिर भी भारत का नैसर्गिक प्रभाव होने वाले समुद्री क्षेत्र में चीन की नौसेना की मौजूदगी भारत के लिए चिंता का मुद्दा है। इस क्षेत्र में भारत को चुनौती देने के लिए चीन की नौसेना की जारी कोशिश छुपी नहीं रह सकी है। ऐसी स्थिति में भारतीय नौसेना का सामर्थ्य बढ़ाने के लिए शुरू कोशिशों की अहमियत अधिक बढ़ रही हैं। ऐसी स्थिति में ‘आईएनएस वागीर’ के नौसेना में समावेश होने की अहमियत भी अधिक बढ़ी है। नौसेनाप्रमुख आर.हरि कुमार और एमएलडी के प्रमुख नारायण प्रसाद ने किए बयान यही बात रेखांकित कर रही हैं।

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